तुम हमारे हो क्या ?

🍒🍒 *तुम हमारे हो क्या?*🍒🍒

देश हमारा 
खेत किसान का 
रक्त बहता
सैनिक का 

सड़क हमारी
टैक्स तुम्हारा
जिंदगी हमारी 
आनंद तुम्हारा

पूंजी हमारी
मौज तुम्हारा
पैसा आम का
खर्चा तुम्हारा

अस्पताल हमारे
इलाज तुम्हारा
आतंकी बाहर
जेल में कौन ?

अनाज हमारे
दाम तुम्हारे
परिवार हमारा
आदेश तुम्हारा

लड़ाई आजादी की
लड़ी हमने
राजगद्दी तुम्हारी
जनता मौन

बोला तुमने
पाया तुमने
खेल तुम्हारा
इनाम तुम्हारा।

राजा हम 
गद्दी तुम्हारी
गलती तुम्हारी
भुगते हम

वोट हमारा
शासन तुम्हारा
गली हमारी
मुहल्ले हमारे
पूछूं किससे 
कौन हो तुम?

जनता सबकी
पुलिस तुम्हारे

हक हमारा
अधिकार तुम्हारा
मांग हमारी 
लूट तुम्हारी
अपराधी तुम
जेल में हम

भगत लड़े
आजादी मिली
बिना लड़े
गद्दी तुम्हारी

ईमानदारी हमारी
खोट तुम्हारा
जलियांवाला कांड
मरे हम
राजनीति तुम्हारी

हल्ला तुम्हारा
संसद मौन
घूसखोर तुम
पीड़ित हम

राजधानी सबकी
अधिकार तुम्हारा
संविधान में हम
कहां है आज
नियम बदलते
बिन पूछे रोज

परदेश यात्रा
जाते तुम 
खर्च हमारा

आएगा परिवर्तन
देश हमारा
राज हमारा
जागेगी जनता
मिलेगा इंसाफ।


सुधीर सिंह सुधाकर
 राष्ट्रीय संयोजक
 मंजिल ग्रुप साहित्यिक मंच 
दिल्ली 

Mo-7 70380 2121
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