राहत इंदौरी साहब का परिचय

*पेंटिंग में भी शायरी _ शायरी में पेंटिंग*
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1 जनवरी 1950 को रफतुल्लाह कुरैशी तथा मकबूल उन निशा के घर राहत इंदौरी जी का जन्म हुआ वह अपने भाई बहनों में चौथे नंबर पर थे। घर के हालात भी  बहुत बेहतर नहीं थे।
    बचपन से लेकर अपने युवावस्था तक उन्होंने जीविका के लिए महज 10 साल की उम्र में पेंटिंग का काम शुरू कर दिया था और पेंटिंग के काम में इतने व्यस्त होते चले गए कि उन्होंने पेंटिंग में महारत हासिल कर ली। कहते हैं उस जमाने में उनके बनाए पेंटिंग की मांग बहुत थी। उन्हें भी फुर्सत नहीं मिलती थी ।उनके बनाए पेंटिंग को खरीदने वालों को इंतजार करना पड़ता था। आज भी इंदौर शहर में उनके बनाए हुए पेंटिंग गली चौराहों पर दिखते हैं।
          उर्दू  भाषा में उन्होंने पढ़ाई प्रारंभ की 1973 में स्नातक और 1975 में उर्दू से ही उन्होंने एम० ए० किया धीरे धीरे उनका मन डावाडोल होता रहा । वह निश्चित नहीं कर पा रहे थे कि अब क्या करें।
             अहिल्या देवी कॉलेज में नौकरी का प्रस्ताव आया तो उसके लिए पीएचडी का कार्य बहुत जरूरी था। एम० ए ० m.a.  किए हुए उन्हें 10 वर्ष व्यतीत हो चुके थे ।फिर भी उन्होंने 1985 में पीएचडी उर्दू साहित्य की।
         फुटबॉल और हॉकी के बहुत ही अच्छे खिलाड़ी और अपने समय में कॉलेज में कप्तान भी रहे। उन्होंने अपने जीवन में सबसे पहली कविता 1972 में पढ़ी। लगभग 40 से 45 वर्षों तक उन्होंने देश और विदेश के कई शहरों में मुशायरा और कवि सम्मेलन में भाग लिया। गीत लिखने का शौक  चल रहा था  कि वह शौक उन्हें  बॉलीवुड तक पहुंचा दिया।  और उन्होंने लगभग दो दर्जन फिल्मों में फिल्मों के लिए गीत लिखे। इन फिल्मों में *सर ,खुद्दार, मर्डर, मुन्ना भाई एमबीबीएस ,करीब, इश्क, बेगम जान मीनाक्षी, मिशन कश्मीर जैसे फिल्मी र ही। खुद्दार फिल्म में इंदौरी जी के लिखे हुए चार गीत  थे। अहिल्या देवी कॉलेज में 16 वर्ष बच्चों को पढ़ाया भी। अपने जीवन काल में उन्हें पेंटिंग से लगाओ रहा और जीवन के अंतिम समय  तक उन्होंने पुस्तकों का कवर डिजाइन तक किया।
        उनके दोस्तों द्वारा जो बताया गया उसके अनुसार उनकी उन्हें एक बार विदेश में हार्ट अटैक आया था। तब उनके साथ उनके कुछ मित्र  भी थे। जिनकी वजह से उस समय उनकी जान बच गई ।लेकिन करोना ने  विगत 11 अगस्त 2020 को हमसे एक होनहार विश्व प्रसिद्ध कवि और शायर छीन लिया।
सुधीर सिंह सुधाकर 
राष्ट्रीय संयोजक 
मंजिल ग्रुप साहित्यिक मंच 
दिल्ली

मो ---७७०३८०२१२१
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