बजट और विपक्ष

शीर्षक - ‌   बजट और विपक्ष

बजट में काश्मीर से कन्याकुमारी कटक से कारगिल , लक्ष्य विकास का तय हुआ

विपक्ष की नज़र में विकास पर घमासान हुआ,सब दल सिकुड़ रहे भगवा का ही जय हुआ

जैसे प्रभात के आगमन पर मुर्गे की बॉ॑ग ज़रूरी है

प्रजातंत्र की रखवाली को विपक्ष का विरोध जरूरी है

पर राष्ट्र हित के मुद्दों पर सहमति बहुत जरूरी है

पर भारत में विपक्ष का सत्ता मोह में , मानना राष्ट्र समर्पण गैर जरूरी है

अभी किसान गाॅ॑व का हितैषी बजट का प्रावधान हुआ

मानो विपक्ष भारत का जैसे अचानक हलाल हुआ

दुनियां रही त्रास भीषण करोना संकट में अग्रसर देश  हुआ

भारत का सम्मान बड़ा स्वदेशी वैक्सीन का निर्माण हुआ

पैंतीस हजार करोड़ फ्री वैक्सीन लगाने का ऐलान हुआ

विपक्ष का एक और मुद्दा सरेआम बेजार हुआ

संकट में अमीर गरीब युवा उद्यमी है देश के साथ खड़ा हुआ

विपक्ष बुन रहा था सपना भविष्य का फिर चकनाचूर हुआ

रक्षा शिक्षा इन्फ्रास्ट्रक्चर का भी बजट में सम्यक आगाज हुआ

षणयंत्र दिखा विपक्ष को संसद में हाराकिरी और हंगामा खड़ा हुआ

किसान की माला जपी , बेरोजगारी के गोले चले, अदानी अंबानी का हाथी दिखाया, बेकार हर उपाय हुआ.....

गुजरात से बंगाल कर्नाटक से काश्मीर रंग केवल केसरिया गहरा हुआ

देश के उत्तम बजट का आगाज हुआ , विपक्ष में हाहाकार का आगाज हुआ.....

  🇮🇳 जय भारत वन्दे मातरम् 🇮🇳
              
          चंद्रप्रकाश गुप्त "चंद्र"
          अहमदाबाद , गुजरात

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